सोमवार, जून 27, 2011

प्यार की गुज़ारिशें .....


90 टिप्‍पणियां:

  1. बारिश पर बढ़िया ग़ज़ल और प्यारी फोटो देख कर मज़ा आ गया.

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  2. wah Bahut khoob, chhoti bahar ki shandar ghazal ...

    Matle ke liye vishesh badhai ...

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  3. बहुत ही सुन्दर भावों से परिपूर्ण सुन्दर रचना...बधाई

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  4. बहुत सुन्दर भावों से सजी गुजारिशें

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  5. चाहतों की हो रहीं, कामयाब कोशिशें,
    तोड़ने लगा है दिल, इस जहां की बन्दिशें।
    ऐसा लगता है छोटी बहर में आपकी लेखनी की
    अज़मत बेहद निखरती है , बधाई।

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  6. बहुत सुन्दर , सुन्दर रचना...बधाई

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  7. कुंवर कुसुमेश जी,
    आभारी हूं आपकी टिप्पणी के लिए। इसी तरह संवाद बनाए रखें....

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  8. सुशांत जैन जी,
    आपने मेरी इस गज़ल को पसन्द किया...हृदय से आभारी हूं.
    आपको अनेक धन्यवाद .

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  9. 'गाफिल' जी,
    आपने मेरी ग़ज़ल को सराहा...आभारी हूं.
    इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।

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  10. संगीता स्वरुप जी,
    जानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरी ग़ज़ल पसन्द आई.... मेरी ग़ज़ल को आत्मीयता प्रदान करने के लिये आभार....

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  11. संजय दानी जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !
    मेरे ब्लॉग पर आपके विचारों का हमेशा स्वागत है।

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  12. संजय कुमार चौरसिया जी,
    अत्यन्त आभारी हूं आपकी......
    विचारों से अवगत कराने के लिए.. हार्दिक धन्यवाद.

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  13. गूढ़ सन्देश देती एक रोमांश भरी रचना वर्षा जी आपकी लेखनी में विस्तृत आयाम देखकर अपार संभावनाओं का संसार दिखाई देता है. आपकी रचनाये सदैव से ही मन मोहती है बधाई

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  14. सुंदर रचना..
    बस आने ही वाला है सावन....और लगने वाली है झड़ी....

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  15. चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी प्रस्तुति मंगलवार 28 - 06 - 2011
    को ली गयी है ..नीचे दिए लिंक पर कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..

    साप्ताहिक काव्य मंच-- 52 ..चर्चा मंच

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  16. वर्षा जी,

    अति सुन्दर रचना और उतनी ही सुन्दर फोटो जो भाव को और भी जाग्रत करती है..

    आशु

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  17. कुश्वंश जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !

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  18. आशुतोष जी,
    हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ....

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  19. वीना जी,
    मेरी गज़ल को आत्मीयता प्रदान करने के लिये आभार....

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  20. CS Devendra K Sharma ji,
    Thank you for your comment.

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  21. संगीता स्वरुप जी,
    इस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं।
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !

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  22. आशु जी,
    यह जानकर सुखद अनुभूति हुई कि आपको मेरी यह गज़ल आपको पसन्द आई. आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !

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  23. रोशी जी,
    आपका स्नेह मेरी गज़ल को मिला.....यह मेरा सौभाग्य है.
    आत्मीय टिप्पणी के लिए अत्यंत आभार....

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  24. मन के भावों को बयां करती गुजारिशें ..... सुंदर

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  25. आपकी यह खूबसूरत गज़ल हमें भी 'सावनी सिफारिशों' से नवाज़ गयी है ! बहुत सुखद अहसास हुआ इसे पढ़ कर ! बहुत सुन्दर !

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  26. बादलों के बीच वो,
    आज खिलखिला हँसें।

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  27. बारिश की उमंग लिये सुंदर रचना

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  28. डॉ . सिंह सकारात्मक भावों का दस्तावेज पढ़ कर मन प्रसन्न हो गया , खूब लिखा है मनोयोग से ...शुक्रिया जी /

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  29. बहुत अच्छी लगी आपकी ये गज़ल.

    ------------------
    कल 29/06/2011को आपकी एक पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है-
    आपके विचारों का स्वागत है .
    धन्यवाद
    नयी-पुरानी हलचल

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  30. डॉ॰ मोनिका शर्मा जी,
    बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए आप को बहुत-बहुत धन्यवाद.

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  31. साधना वैद्य जी,
    आपका आना सुखद लगा ...... हार्दिक धन्यवाद !
    आपके विचारों का मेरे ब्लॉग्स पर सदा स्वागत है।

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  32. प्रवीण पाण्डेय जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया.... आभारी हूं। आपकी काव्यात्मक टिप्पणी के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद.

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  33. नीलांश जी,
    बहुत-बहुत धन्यवाद.

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  34. अजय कुमार जी,
    मेरी गज़ल पर प्रतिक्रिया देने के लिये बहुत-बहुत धन्यवाद।

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  35. उदयवीर सिंह जी,
    अत्यन्त आभारी हूं आपकी......
    विचारों से अवगत कराने के लिए. हार्दिक धन्यवाद.

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  36. यशवन्त माथुर जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.
    दिनांक 29/06/2011 को मेरी किसी पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक करने एवं अनुग्रहपूर्ण सुखद समाचार देने के लिये मैं आपकी हृदय से आभारी हूं.

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  37. याद आ गया ,मुझ को भी जीना,
    पढ़ के आप का सावन का महीना|

    सरल और भावपूर्ण !
    आभार!

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  38. अशोक सलूजा जी,
    आपका आना सुखद लगा ....आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया. हार्दिक धन्यवाद एवं आभार ....

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  39. सुन्दर तस्वीर के साथ बहुत ख़ूबसूरत और भावपूर्ण ग़ज़ल लिखा है आपने! आपकी लेखनी की जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है! उम्दा ग़ज़ल!

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  40. उर्मि जी,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
    इसी तरह आत्मीयता बनाएं रखें।

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  41. महेन्द्र जी,
    आपकी इस अनुग्रहपूर्ण टिप्पणी के लिए हृदय से आभारी हूं.
    कृपया इसी तरह आत्मीयता बनाएं रखें।

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  42. sundar...dilko chhoone vali ghazal..mausam bhi varsha ka hai ab to...

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  43. अनामिका जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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  44. गिरीश पंकज जी,
    इस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं।
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !

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  45. "सुन ली हैं वर्षा ने ,सावनी सिफारिशें "मुग्धा भाव की श्रृंगारिक ग़ज़ल ."प्यार की गुजारिशें ".प्रतीक्षा फलवती होती है इंतज़ार के बाद कुछ अच्छा नसीब हो ,अच्छा पढने को मिले ।
    बूँद बूँद बारिशें ,जाग रहीं ख्वाहिंशें ,
    हो रहीं गुजारिशें .

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  46. अति सुन्दर भाव युक्त गुजारिशें ...सुन्दर गजल ..

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  47. जेठ , संग ले गये
    गर्मियों की गर्दिशें
    मिल गईं बहुरिया को
    चौमासी गुंजाइशें .

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  48. वीरूभाई जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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  49. श्रीप्रकाश डिमरी जी,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
    इसी तरह आत्मीयता बनाएं रखें।

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  50. अरुण कुमार निगम जी,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए आभार।

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  51. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  52. विशाल जी,
    आपका आना सुखद लगा ....आपके विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया. हार्दिक धन्यवाद एवं आभार

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  53. मृदुला प्रधान जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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  54. अरुण कुमार निगम जी,
    आग्रह के लिए आभार...

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  55. varshhha ji
    behad -behad hi pasand aai aapki barish se gujarish .
    kya khoob likh hai aapne
    bahut hi shandar gazal
    badhai
    poonam

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  56. बहुत प्यारी ग़ज़ल के लिये वधाई वर्षा जी

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  57. बहुत सुन्दर रचना...बधाई

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  58. इमेज्नरी दुनिया में ले जाने को शक्षम है ये गज़ल ... बहुत खूब ..

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  59. पूनम जी,
    इस उत्साहवर्द्धन के लिए अत्यन्त आभारी हूं।
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद !

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  60. अमरेंद्र अमर जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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  61. दिगम्बर नासवा जी,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
    इसी तरह आत्मीयता बनाएं रखें।

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  62. उर्मि जी,
    आपके आमन्त्रण के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।

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  63. बहुत अच्छी लगी छोटे बहर की यह ग़ज़ल।

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  64. मनोज कुमार जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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  65. सावन की फुहारों में बरसती रिमझिम बूंदों से बाते ..

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  66. के आर बारस्कर जी,
    अपने विचारों से अवगत कराने के लिए हार्दिक धन्यवाद एवं आभार।
    इसी तरह आत्मीयता बनाएं रखें।

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  67. सपना निगम जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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  68. यशवन्त माथुर जी,
    आपकी इस सूचना ने मेरा उत्साह बढ़ाया है. हार्दिक धन्यवाद एवं आभार.

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  69. वाह वाह वर्षा जी, आपकी प्यारी प्यारी गुजारिशें बहुत ही भाईँ ।

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  70. आपने बड़े ख़ूबसूरत ख़यालों से सजा कर एक निहायत उम्दा ग़ज़ल लिखी है।

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  71. अस्वस्थता के कारण करीब 20 दिनों से ब्लॉगजगत से दूर था
    आप तक बहुत दिनों के बाद आ सका हूँ,

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  72. आशा जी,
    आपकी स्नेह भरी इस टिप्पणी के लिए हार्दिक आभार !

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  73. संजय भास्कर जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया आभारी हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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  74. संजय भास्कर जी,
    आशा है कि अब आप का स्वास्थ्य पूर्ण रूप से अच्छा होगा....आपको मेरी हार्दिक शुभकामनायें।

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  75. aadeniya varsha ji..aaj maine aapki bahut sari ghazalein padhi.chote bade har meter mein..bibidh behar mein..shandar ghazalein ..ab dil ki baat hai to phir dil se hi ki jayegi...jab hain har ashaar itne dilkash to dil se daad bhi di jayegi

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  76. आशुतोष जी,
    आपको बहुत-बहुत धन्यवाद...
    मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है,कृपया इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।

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  77. अंजू जी,
    आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद.

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