गुरुवार, मार्च 29, 2012

तनहाई ....


15 टिप्‍पणियां:

  1. गजल और तनहाई का गहरा साथ है .... सुंदर भाव

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  2. बहुत खूब! भावों की सुन्दर अभिव्यक्ति

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  3. बहुत सुंदर । मेरे पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।

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  4. आपकी पोस्ट पर आना किसी उपलब्धि से कम नहीं, ग़ज़ब लिखती हैं आप! मेरी शुभकामनाएँ

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  5. superb lines with unpredictable
    feelings and emotins.

    DEDICATED TO YOUR DEEP THOUGHT

    तनहाइयों में फिर कहाँ यूँ रात ढलती है?
    खुले होते हैं लब लेकिन कहाँ बात होती है?

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  6. इस रात की तन्हाई भी क्या गज़ब ढाती है ... बहुत खूब ..

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