गुरुवार, मार्च 21, 2019

🌺 होली की हार्दिक शुभकामनाएं 🌺


एक भूली याद, फिर आई।
साथ में अपने तुम्हें  लाई ।

फाग ने लिख्खी नयी कविता
और लिखते रंग चौपाई ।

धूप निखरी, रूप निखरा है
दूर बजती आज शहनाई ।

छा रहा हर ओर जादू सा
चाहतों ने प्रेम-धुन गाई ।

राधिका ज्यों हो गई "वर्षा"
भा रही है श्याम परछाई ।
   - डॉ. वर्षा सिंह

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