गुरुवार, जुलाई 09, 2020

ग़ज़ल जब बात करती है | ग़ज़ल संग्रह | डॉ. वर्षा सिंह | समीक्षा | देशबन्धु

Dr. Varsha Singh
प्रिय मित्रों, देशबन्धु समाचारपत्र में मेरे ग़ज़ल संग्रह "ग़ज़ल जब बात करती है"  की समीक्षा का प्रकाशित होना मेरे लिए सर्वाधिक प्रसन्नता का विषय है। क्योंकि इस बाज़ारवाद के युग में एक देशबन्धु ही ऐसा अख़बार है, जिसनें साहित्यिक मूल्यों को परंपरागत तरीके से सहेज रखा है।
🙏 हार्दिक धन्यवाद देशबंधु 💐
🙏 हार्दिक धन्यवाद समीक्षक डॉ श्याम मनोहर सीरोठिया जी 💐

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