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गुरुवार, फ़रवरी 02, 2012

है ये चाहत का असर .....


25 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत खूब, लाजबाब !
    लम्बे अंतराल के बाद स्वागत है आपका आदरणीय वर्षा सिंह जी

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  2. दिल से लिखी गई सुन्दर ग़ज़ल ।

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  3. आदरणीय वर्षा सिंह जी,
    आपका स्वागत है !
    सुन्दर ग़ज़ल

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  4. बहुत दिन बाद ज़बरदस्त गजल पढ़ कर मज़ा आ गया।


    सादर

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  5. अब हवा के शोर में सब शब्द घुट घुट मर रहे,
    हृदय के हर हाल पर, लिखती रहें अपनी खबर।

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  6. लंबी गैर-हाजरी के बाद ....अपनी सुंदर गजल के साथ इस ब्लॉग-जगत में आप का स्वागत है ...उम्मीद है आप खुश और स्वस्थ होंगी ...
    शुभकामनाये !

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  7. lagta hai jyada hi asar ho gaya aur lagta hai ab apko ye blog bhi paraya lagta hai tabhi itne dino baad dekha.

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  8. bahut sunder ,........bahut din baad aap blog per ayi hai

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  9. मेरी टिप्पणी कहाँ चली गई,वर्षा जी.

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  10. बहुत खूब...
    आपको सुनना भी अच्छा लगा..

    शुभकामनाएँ.

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  11. itne dino tak geet kavita aur ghazal kuch bhee na tha
    chuppiyon se tay hua tha blog mitro ka safar

    hindi department sagar me aapki kavitaon ko sunne ke itne dino baad aapko punah padhne ka mauka mila...behtarin ghazal ke liye sadar badhayee aaur amantran ke sath

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  12. पढके ग़ज़ल ये आपकी मन फाग हो गया ....सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति .आभार . ' लोग कहतें हैं की वर्षा है ये चाहत का असर ',कोई झूठ भला क्यों बोलेगा .

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  13. लाजवाब गजल ...
    शायराना हो गई है भोर ....रातें शायरी ........बहुत खूब

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  14. बात ही बात में कुछ बात ऐसी कह देना
    यह हुनर सीखने से कब किसे मिल सकता है

    अच्छा हुआ की आज यहाँ आ गए ... स्नेह और आशीर्वाद

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