ग़ज़ल पत्रिका By Dr Varsha Singh
फूल खिले तो पूरी दुनिया जश्न मनाती लगती है कोई अपना साथ चले तो मंज़िल आती लगती है
दिल में डेरा डाले हैं यादों के उजियाले हैं
हम तुम जब भी साथ हुए पल वो बड़े निराले हैं
छोटे - छोटे लम्हे भी बेहद ख़ुशियों वाले हैं
ख़्वाब हमारे अपने हैं मिल जुल हमने पाले हैं
ग़म से "वर्षा" डरना क्या ग़म तो देखे- भाले हैं