फूल खिले तो पूरी दुनिया
जश्न मनाती लगती है
कोई अपना साथ चले तो
मंज़िल आती लगती है
शुक्रवार, जून 30, 2017
यादों के उजियाले हैं
दिल में डेरा डाले हैं
यादों के उजियाले हैं
हम तुम जब भी साथ हुए
पल वो बड़े निराले हैं
छोटे - छोटे लम्हे भी
बेहद ख़ुशियों वाले हैं
ख़्वाब हमारे अपने हैं
मिल जुल हमने पाले हैं
ग़म से "वर्षा" डरना क्या
ग़म तो देखे- भाले हैं
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