बुधवार, अप्रैल 11, 2018

क़िताबें

नया रंग जीवन में भरती क़िताबें 📗
कड़ी धूप में छांह बनती क़िताबें  📙
सफ़ह दर सफ़ह अक्षरों को सजाती,
दुनिया को सतरों से बुनती क़िताबें 📘
अजब रोशनी सी बिखरती हमेशा,
तिलस्मी झरोखों सी खुलती क़िताबें 📖
जब  भी  सताती  हैं  यादें पुरानी ,
नयी इक कहानी सी कहती क़िताबें 📕
"वर्षा" क़िताबों से है प्यार जिनको,
दिलों-जां से उनको लुभाती क़िताबें 📒
      📚- डॉ. वर्षा सिंह

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें