आदरणीया वर्षा सिंह जी प्रणाम आपको और आपकी शानदार जानदार लेखनी को ! आप सच में बहुत अच्छा लिखती हैं । पिछली पोस्ट्स की भी रचनाएं पढ़ीं मैंने , आनन्द आया ।
यह ग़ज़ल भी काबिले-ता'रीफ़ है ।
इत्तिफ़ाक़न हुआ या कि सज़िश हुई ख़ुद नदी धार में डूबती रह गई
तमाम अश्'आर ग़ज़ल के प्रति आपकी समझ और सलाहियत - काबिलियत की ताईद है ।
चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी इस रचना का लिंक मंगलवार 30 -11-2010 को दिया गया है . कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
ek lmhaa khushi kaa naa thhahraa yahaan , dehri aahaten choomti rah gai . behtreen gazlen likhtin hain aap "varshaaji "- ek baadal naa "varshaa" kaa apnaa huaa - baadal to hotaa hi aavaaraa hai -kahtaa bhi hai -"itnaa naa mujhse tu pyaar badhaa ki main ek baadal aavaaraa ....., kaise kisi kaa sahaaraa banu ki main khud be -ghar be -chaaraa ..." veerubhai .
एक बादल वर्षा का न हुवा,
जवाब देंहटाएंज़िन्द्गी आग से झूझती रही।
बहुत ही नाज़ुक शे'र , ख़ूबसुरत ग़ज़ल्। बधाई।
संजय दानी जी, हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंनदी का धार में डूबना और अखबार की खबर का बुझना ....बहुत खूब लिखा है ...सुन्दर गज़ल
जवाब देंहटाएंआदरणीया वर्षा सिंह जी
जवाब देंहटाएंप्रणाम आपको और आपकी शानदार जानदार लेखनी को !
आप सच में बहुत अच्छा लिखती हैं ।
पिछली पोस्ट्स की भी रचनाएं पढ़ीं मैंने , आनन्द आया ।
यह ग़ज़ल भी काबिले-ता'रीफ़ है ।
इत्तिफ़ाक़न हुआ या कि सज़िश हुई
ख़ुद नदी धार में डूबती रह गई
तमाम अश्'आर ग़ज़ल के प्रति आपकी समझ और सलाहियत - काबिलियत की ताईद है ।
बहुत बहुत शुभकामनाओं सहित
- राजेन्द्र स्वर्णकार
bahut dinon k baad idhar aanaa hua. aur fir dilko chhoo lene vali ghazal parh kar dard sub jata rahaa.
जवाब देंहटाएंसंगीता स्वरुप जी, मेरे ब्लॉग पर आने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंराजेन्द्र स्वर्णकार जी, आपको आनन्द आया । मेरी ग़ज़ल सफल हुई,हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंगिरीश पंकज जी,बहुत बाद दिनों सही, मेरे ब्लॉग पर फिर आने के लिए हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर आपकी इस रचना का लिंक मंगलवार 30 -11-2010
जवाब देंहटाएंको दिया गया है .
कृपया अपनी प्रतिक्रिया दे कर अपने सुझावों से अवगत कराएँ ...शुक्रिया ..
simple awesome Varsha ji...
जवाब देंहटाएंआपने न जाने कितनी रातों का फ़साना कह दिया...
नींद तो आयी नहीं पर एक तराना कह दिया...
पूजा जी, हार्दिक धन्यवाद! मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
जवाब देंहटाएंकमाल भाव कागज़ पर उतारे वर्षाजी ...... बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंहर पंक्ति प्रभावी बन पड़ी है.....
amazing..... apni kuch rachnayen rasprabha@gmail.com per bhejiye parichay aur tasweer ke saath
जवाब देंहटाएंनींद को ढूँढना और हवा से पता पूछना...वाह क्या गजब है ...मेरे ब्लॉग पर आने के लिए शुक्रिया
जवाब देंहटाएंचलते -चलते पर आपका स्वागत है
बेहद धारदार रचना………………।दिल मे उतर गयी।
जवाब देंहटाएंखूबसूरत रचना!
जवाब देंहटाएंइत्तिफाक हुआ कि साजिश हुई ...
जवाब देंहटाएंखुद नदी धार में डूबती रह गयी !
बेहद संजीदा अहसास !
डॉ॰ मोनिका शर्मा जी, हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंरश्मि प्रभा जी, हार्दिक धन्यवाद! आभारी हूं।
जवाब देंहटाएंकेवल राम जी, हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंवन्दना जी, हार्दिक धन्यवाद! मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
जवाब देंहटाएंअनुपमा पाठक जी, हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंवाणी गीत जी, आपका हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएं'ittifakan hua yaki sajish hui
जवाब देंहटाएंkhud nadi dhar me doobti rah gayi'
umda sher ..
sunder gazal..
सुरेन्द्र सिंह " झंझट " जी, हार्दिक धन्यवाद! मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है!
जवाब देंहटाएंखूबसूरत अहसास ,सुन्दर गज़ल!
जवाब देंहटाएंसुनील जी. मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंकाजल कुमार जी. मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंek lmhaa khushi kaa naa thhahraa yahaan ,
जवाब देंहटाएंdehri aahaten choomti rah gai .
behtreen gazlen likhtin hain aap "varshaaji "-
ek baadal naa "varshaa" kaa apnaa huaa -
baadal to hotaa hi aavaaraa hai -kahtaa bhi hai -"itnaa naa mujhse tu pyaar badhaa ki main ek baadal aavaaraa .....,
kaise kisi kaa sahaaraa banu ki main khud be -ghar be -chaaraa ..."
veerubhai .
बहुत सुंदर शेर..मजा आ गया पढ़ कर..बेहतरीन और खुबसूरत।
जवाब देंहटाएंveerubhai ji,
जवाब देंहटाएंThanks for your comments.Hope you will be give me your valuable response on my future posts.
Er. सत्यम शिवम जी,
जवाब देंहटाएंमेरे इस ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद.
आपने मेरी गज़ल को पसन्द किया आभारी हूं।
आपके विचारों का मेरे ब्लॉग्स पर सदा स्वागत है।