ग़ज़लयात्रा GHAZALYATRA
ग़ज़ल पत्रिका By Dr Varsha Singh
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सोमवार, दिसंबर 28, 2015
प्यार को तुम प्यार ही पढ़ना ....
Varsha Singh ... Pyar ko tum pyar hi parhana
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