ग़ज़लयात्रा GHAZALYATRA
ग़ज़ल पत्रिका By Dr Varsha Singh
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शनिवार, जुलाई 23, 2016
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फूल सा जीवन व्यर्थ न करना
ग़म से बेशक कभी न डरना
चाहे जितनी अड़चन आए
बीच राह में कभी न रुकना
- डॉ वर्षा सिंह
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