डॉ॰ दिव्या श्रीवास्तव जी (ZEAL), हार्दिक धन्यवाद! मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए हार्दिक धन्यवाद! आपका स्वागत है! आपके विचारों से मेरा उत्साह बढ़ेगा! सम्वाद बनाए रखें!
"Titlee ko pal bhar naa miltaa aaraam "- Par -paragan me (Polination)me uskaa bhi to haath hai ,aaraam kaise mile , prakriti nati kaa melaa , yahaan kaun akelaa ! veerubhai .
Ek aur achi gajhal...
जवाब देंहटाएंKya titaliyaa khud araam karna chahti hai ????
Indian Sushant
मनभावन बासंती अभिव्यक्ति, बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंबसन्ती रंग में रंग गयी आज आप की ग़ज़ल भी.
जवाब देंहटाएं"इतराती कलियाँ,इतराते फूल,
भौरों के सर पर आया इलज़ाम."
बहुत ही बढ़िया.
शुभ कामनाएं
मनभावन बासंती अभिव्यक्ति, बहुत बहुत बधाई।
जवाब देंहटाएंशुभ कामनाएं
बसंत पंचमी पर प्रकृति के मदमाते रूप का वर्णन करती सुंदर गजल
जवाब देंहटाएंsahityasurbhi.blogspot.com
✿ सुशांत जैन जी
जवाब देंहटाएं✿ संजय दानी जी
✿ sagebob
✿ संजय कुमार चौरसिया जी
✿ दिलबाग विर्क जी
आप सब के स्नेह के लिए हार्दिक आभार!
आदरणीया वर्षा सिंह जी
जवाब देंहटाएंख़ूबसूरत सरस बासंती रचना के लिए आभार और बधाई !
बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
शस्वरं
बहुत बढ़िया सामयिक वर्णन ! शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंवर्षा जी, वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएं---------
समाधि द्वारा सिद्ध ज्ञान।
प्रकृति की सूक्ष्म हलचलों के विशेषज्ञ पशु-पक्षी।
वसंती रगों से सजी खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
जवाब देंहटाएंआप को वसंत की ढेरों शुभकामनाएं!
सादर,
डोरोथी.
माँ सरस्वती को नमन........बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें आपको भी......
जवाब देंहटाएंवासंती रंगो-महक में डूबी सुन्दर रचना.
जवाब देंहटाएं● राजेन्द्र स्वर्णकार जी
जवाब देंहटाएं● सतीश सक्सेना जी
● ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ जी
● Dorothy जी
● चैतन्य शर्मा जी
● कुंवर कुसुमेश जी
मेरे ब्लॉग पर आने के लिए हार्दिक धन्यवाद.
आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
बासंती मौसम को समर्पित यह ग़ज़ल बहुत अच्छी लगी।
जवाब देंहटाएंअत्यंत सुंदर , सुसज्जित एवं आकर्षक ब्लाग ।रचनाओँ के भी क्या कहने । अछोर बधाइयाँ ।वसंत पंचमी की शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंख़ूबसूरत बासंती रचना के लिए आभार.....
जवाब देंहटाएंमनमोहक प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएं∎ मनोज कुमार जी
जवाब देंहटाएं∎ डॉ. नागेश पांडेय "संजय" जी
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है........
आभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद.
संजय भास्कर जी,
जवाब देंहटाएंदेर से सही, आपका आना सुखद लगा ......
हार्दिक धन्यवाद!
आशुतोष मिश्र जी ,मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपको धन्यवाद. आपके विचारों से मेरा उत्साह बढ़ेगा.
जवाब देंहटाएंbahut sunder rachna....
जवाब देंहटाएंसुमन जी,हार्दिक धन्यवाद! आपका स्वागत है।
जवाब देंहटाएंAtul kushwaha ji,
जवाब देंहटाएंThank you for visiting my blog!
कर लिया बगीचों ने नूतन श्रृंगार ,
जवाब देंहटाएंगली गली बन गए खुशबू के धाम !
वाह ! डा. वर्षा जी,
ग़ज़ल का हर शेर बासंती रंग में नहाया हुआ है !
बसंत ऋतु की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी,
जवाब देंहटाएंआभारी हूं विचारों से अवगत कराने के लिए।
हार्दिक धन्यवाद!
वाह ! इस ग़ज़ल का तो जवाब नहीं । लाजवाब !
जवाब देंहटाएंडॉ॰ दिव्या श्रीवास्तव जी (ZEAL),
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद!
मेरे ब्लॉग से जुड़ने के लिए हार्दिक धन्यवाद! आपका स्वागत है!
आपके विचारों से मेरा उत्साह बढ़ेगा!
सम्वाद बनाए रखें!
"Titlee ko pal bhar naa miltaa aaraam "-
जवाब देंहटाएंPar -paragan me (Polination)me uskaa bhi to haath hai ,aaraam kaise mile ,
prakriti nati kaa melaa ,
yahaan kaun akelaa !
veerubhai .