ग़ज़ल पत्रिका By Dr Varsha Singh
bemisaal shaayaree ke kamaal ke kalam kaar haiaap sabhee gazal dil ko chuliye foto bhee laajawaabsubh kaamanaaye kripyaa www yugmanas.blogspot .com dekhe aur tippanee kare
मुस्कुराकर आज यूँ न्यौता दिया है कल को ?लगता है कल बाँध लेंगी मुट्ठियों में समय को ?डॉ शरद सिंह की ही भांति आपके भी शब्दों का चयन अनोंखा नहीं अद्भुत और काबिले तारीफ होता है ,बेहतरीन से बेहतरीन भावों की लरियां .सब कुछ जो मन में आये या समाये
बिलकुल..........दिल से किये प्रयास खाली नहीं जाते..सुन्दर!!!अनु
होंसला रहा तो ये दुनिया जरूर बदलेगी ... लाजवाब ...
आस है तो साँस है।
इसी जज्बे की जरूरत है इस दौर को...आपने तो गागर में सागर डाल दिया है..... वाह!
bilkul hogi ........atyant sunder ..........
वाह ... बहुत बढिया ।
वाह!
उत्तम रही भाव कणिका डॉ वर्षा सिंह की .सकारात्मक भाव और निश्चय से संसिक्त .ram ram bhaiसोमवार, 6 अगस्त 2012भौतिक और भावजगत(मनो -शरीर ) की सेहत भी जुडी है आपकी रीढ़
bemisaal shaayaree ke kamaal ke kalam kaar haiaap
जवाब देंहटाएंsabhee gazal dil ko chuliye foto bhee laajawaab
subh kaamanaaye kripyaa www yugmanas.blogspot .com dekhe aur tippanee kare
मुस्कुराकर आज यूँ न्यौता दिया है कल को ?
जवाब देंहटाएंलगता है कल बाँध लेंगी मुट्ठियों में समय को ?
डॉ शरद सिंह की ही भांति आपके भी शब्दों का चयन अनोंखा नहीं अद्भुत और काबिले तारीफ होता है ,बेहतरीन से बेहतरीन भावों की लरियां .सब कुछ जो मन में आये या समाये
बिलकुल..........
जवाब देंहटाएंदिल से किये प्रयास खाली नहीं जाते..
सुन्दर!!!
अनु
होंसला रहा तो ये दुनिया जरूर बदलेगी ... लाजवाब ...
जवाब देंहटाएंआस है तो साँस है।
जवाब देंहटाएंइसी जज्बे की जरूरत है इस दौर को...आपने तो गागर में सागर डाल दिया है..... वाह!
जवाब देंहटाएंbilkul hogi ........atyant sunder ..........
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत बढिया ।
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंउत्तम रही भाव कणिका डॉ वर्षा सिंह की .सकारात्मक भाव और निश्चय से संसिक्त .
जवाब देंहटाएंram ram bhai
सोमवार, 6 अगस्त 2012
भौतिक और भावजगत(मनो -शरीर ) की सेहत भी जुडी है आपकी रीढ़