ग़ज़ल पत्रिका By Dr Varsha Singh
बहुत कुछ कहता चित्र..
चित्र बहुत कुछ कह रहा हैं :)
kya baat hai , varsha ji
बहुत खूब वर्षा जी
कोई क्या कहे ...कोई क्या सुनना चाहता है ..?इस चहरे की शोखी ही बयाँ कर रही है ....!शुभकामनाएँ!एक अपील ...सिर्फ एक बार ?
Waah...
वाह ... क्या बात है ...
♥ अय्य्याऽऽऽऽ…देखा वर्षा जी इसे कहते हैं 'देखन में छोटे लगे घाव करे गंभीर ' …हमारे धीर गंभीर चाचू अशोक सलूजा जी मूड में आ जाएं , समझिए रचना धन्य है ! :)हार्दिक शुभकामनाएं ! -राजेन्द्र स्वर्णकार
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बहुत कुछ कहता चित्र..
जवाब देंहटाएंचित्र बहुत कुछ कह रहा हैं :)
जवाब देंहटाएंkya baat hai , varsha ji
जवाब देंहटाएंबहुत खूब वर्षा जी
जवाब देंहटाएंकोई क्या कहे ...कोई क्या सुनना चाहता है ..?
जवाब देंहटाएंइस चहरे की शोखी ही बयाँ कर रही है ....!
शुभकामनाएँ!
एक अपील ...सिर्फ एक बार ?
Waah...
जवाब देंहटाएंवाह ... क्या बात है ...
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अय्य्याऽऽऽऽ…
देखा वर्षा जी
इसे कहते हैं 'देखन में छोटे लगे घाव करे गंभीर ' …
हमारे धीर गंभीर चाचू अशोक सलूजा जी मूड में आ जाएं , समझिए रचना धन्य है !
:)
हार्दिक शुभकामनाएं !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
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