बुधवार, मई 01, 2019

अंतरराष्ट्रीय मज़दूर दिवस पर मेरी अभिव्यक्ति... डॉ. वर्षा सिंह

Dr. Varsha Singh

बदली नहीं आज भी देखो यहां दशा मज़दूर की ।
सदियां बीतीं, किन्तु आज भी वही कथा मज़दूर की ।

# Ghazal Yatra ग़ज़ल यात्रा

1 टिप्पणी:

  1. आदरणीय रुपचन्द्र शास्त्री जी,
    मेरी पोस्ट को चर्चा मंच में स्थान देने के लिए हार्दिक आभार 🙏

    जवाब देंहटाएं