ग़ज़ल पत्रिका By Dr Varsha Singh
very nice ....
वाह ... बेहतरीन बधाई
बहुत ही सुंदर......
silent speak better than ...........सुलगती आहें उभर आई हैं बिंदी बनकरन जाने मौन क्या गुल खिलायेगा अब ..
अबोलापन बड़ा कष्टकर होता है....सुन्दर!!!अनु
मौन बहा ले जाता है..
आज 13/08/2012 को आपकी यह पोस्ट (दीप्ति शर्मा जी की प्रस्तुति मे ) http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
maun swayam sabse bada uttar hai...chahe ishwar ka ho ya manushya ka
मौन भी बहुत कुछ कहता है ....
सुन्दर है
मौन भी कभी सुकूनदायी होती है ..सुंदर !
very nice ....
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर......
जवाब देंहटाएंsilent speak better than ...........
जवाब देंहटाएंसुलगती आहें उभर आई हैं बिंदी बनकर
न जाने मौन क्या गुल खिलायेगा अब ..
अबोलापन बड़ा कष्टकर होता है....
जवाब देंहटाएंसुन्दर!!!
अनु
मौन बहा ले जाता है..
जवाब देंहटाएंआज 13/08/2012 को आपकी यह पोस्ट (दीप्ति शर्मा जी की प्रस्तुति मे ) http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंmaun swayam sabse bada uttar hai...chahe ishwar ka ho ya manushya ka
जवाब देंहटाएंमौन भी बहुत कुछ कहता है ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर है
जवाब देंहटाएंमौन भी कभी सुकूनदायी होती है ..
जवाब देंहटाएंसुंदर !