मंगलवार, अगस्त 07, 2012

बोल न पाऊं कभी .....


5 टिप्‍पणियां:

  1. प्रीत की ये बांसुरी किसको सुनाती हूँ .. ,शुक्रिया कृपया यहाँ भी पधारें -
    ram ram bhai
    मंगलवार, 7 अगस्त 2012
    भौतिक और भावजगत(मनो -शरीर ) की सेहत भी जुडी है आपकी रीढ़ से

    जवाब देंहटाएं
  2. आपकी पोस्ट कल 9/8/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
    कृपया पधारें

    चर्चा - 966 :चर्चाकार-दिलबाग विर्क

    जवाब देंहटाएं
  3. प्रेम की भाषा कुछ ऐसी ही होती है.
    सुंदर

    जवाब देंहटाएं